प्रकाशक के स्वर
लता के अमर गीत पाठकों की सेवा में प्रस्तुत है । दीर्घकाल से लोग चाहते थे कि लता मंगेशकर के श्रेष्ठतम गीतों को एकत्र करके स्वरलिपि सहित प्रकाशित किया जाए, ताकि लता के प्रेमी उन्हें शुद्ध रूप में गा बजा सकें ।
उपर्युक्त माँग को ध्यान में रखते हुए हमने लता के पचास ऐसे गीतों का चयन किया है, जो लोक के कण्ठ का हार बने हुए हैं । नई पीढ़ी भी उन गीतों को सुनने पर मुग्ध हो जाती है । जब नया संगीत उबाऊ और कानों के लिए कष्टकारक होने लगता है, तब लता के गीत ही महलम का काम करते हैं ।
स्वर साम्रागी लता मंगेशकर ले हमारे युग में जन्म लिया है, यह हमारे लिए गौरव की बात है । विश्व में शायद ही ऐसा कोई मिनट जाता हो, जब कन्हीं न कही लता का स्वर न गूँज रहा हो । हम उन्हें साक्षात्( सरस्वती का अवतार मानते हुए उन्ही को अपली यह तुच्छ भेंट लता के अमर गीत अर्पित कर रहे है। अब तक लता ने हज़ारों गीत गाये हैं । उनमें कौन सा गीत अमर है और कौन सा नहीं, यह कहना कठिन है। फिर भी बड़ी कठिनाई से हमने ऐसे पचास गीतों का चुनाव किया है, जो बालक, युवा और वृद्ध सभी की जुबान पर सदैव थिरकते रहते हैं। आशा है, स्वर प्रेमी पाठक इस ग्रन्थ से लाभान्वित होंगे।
फ़िल्म नामानुक्रम
For privacy concerns, please view our Privacy Policy
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist