डा. रजनी रानी का जनम 30 जनवरी 1983 को गाँव सदलपुर जिला हिसार हरियाणा में हुआ। आप के पिता जी मिल्क प्लांट सिरसा में दुग्ध संकलन अधिकारी के पद से सेवानिवृत हुए हैं। आप के पिता जी की शिक्षाओं व संस्कारों से प्रेरित लेखिका वर्तमान समय में चौधरी देवी लाल विश्वविधाल्य, सिरसा के हिंदी विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर 12 वर्षों से कार्यरत हैं। डा. रजनी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गाँव के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विधालय से प्राप्त की। इस के पश्चात आप ने स्नातक व हिंदी विषय में स्नातकोतर शिक्षा कुरुक्षेत्र विश्वविधाल्य, कुरुक्षेत्र से हसिल की। इस के पश्चात नेट में उत्तीर्ण होने बाद आप ने कोटा विश्वविधाल्य, कोटा (राजस्थान) से “संत साहबराम जी के काल में सामाजिक व धार्मिक चेतना" विषय पर वर्ष 2018 में सम्पूर्ण की।
इस के इलावा लेखिका ने लोक प्रशासन विषय में भी एम.ए. व नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी है। इस के साथ उन्होंने उत्तर भारत के सभी राज्यों द्वारा आयोजित अधियापक पात्रता परीक्षा (टेट) बहुत अच्छे अंकों से पास किए हुए है। डा. रजनी के शिक्षण कार्य के साथ साथ अलग अलग विषयों से सबंधित दो दर्जन से अधिक शोध पत्रों का प्रकाशन विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर-राष्ट्रीय शोध जर्नल्स में हो चुका है। राष्टीय व अंतर-राष्ट्रीय संगोठियों में भी आप ने अनेक शोध पत्र प्रस्तुत किये हैं। डा. रजनी एक कुशल प्राध्यापिका होने के साथ साथ एक अच्छी मंच संचालिका व समाज सेविका के रूप में अपनी विलक्षण पहचान रखती हैं।
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