आज की जिन्दगी भाग दौड़ बनकर रह गई है। मानव का जीवन अत्यंत ही गतिशील और व्यस्त हो गया है। उसके पास इतना समय नहीं रह गया है कि वह लम्बे-लम्बे उपन्यासों को पढता रहे या इत्मिनान से बैठ कर कहीं नाटकों का मंचन देखा करे। उसे तो बस घंटे आधे घंटे के सीमित अवकाश में ही साहित्य का रसास्वादन कर लेना है। इसीलिए आज उपन्यास की अपेक्षा कहानी एवं नाटक की अपेक्षा एकांकी अधि क लोकप्रिय हो रहे हैं। अतः कहना न होगा कि वर्तमान में कम समय. कम परिश्रम और सीमित साधनों के द्वारा अधिक से अधिक प्राप्ति की इच्छा आज के मनुष्य की अनिवार्यता बन गई है। इस उद्देश्य से देखा जाए तो ज्ञान और मनोरंजन का सबसे सुगम साधन के रूप में समस्त साहित्यिक विधाओ में कहानी ही अग्रणी है।
आधुनिक गद्य साहित्य के क्षेत्र में कहानी ने अपने लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। इसकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसका मूल कारण यह है कि कहानी मानव की सहज उत्सुकता, जिज्ञासा की प्रवृत्ति को शांत करने में अधिक सहायक सिद्ध हो रही है।
For privacy concerns, please view our Privacy Policy
Hindu ( हिंदू धर्म ) (12492)
Tantra ( तन्त्र ) (986)
Vedas ( वेद ) (705)
Ayurveda ( आयुर्वेद ) (1890)
Chaukhamba | चौखंबा (3352)
Jyotish ( ज्योतिष ) (1442)
Yoga ( योग ) (1093)
Ramayana ( रामायण ) (1389)
Gita Press ( गीता प्रेस ) (731)
Sahitya ( साहित्य ) (23045)
History ( इतिहास ) (8221)
Philosophy ( दर्शन ) (3378)
Santvani ( सन्त वाणी ) (2531)
Vedanta ( वेदांत ) (121)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist