| Specifications |
| Publisher: Balaji Publications Chennai | |
| Author: गणपति(Ganapati) | |
| Language: Hindi Text with Translitration and English Translation | |
| Pages: 338 | |
| Cover: Paperback | |
| 7.0 inch X 5.0 inch | |
| Weight 230 gm | |
| Edition: 2013 | |
| NZA770 |
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निवेदन
अंग्रेज़ी भाषा से अपरिचित व्यक्ति कोई न होगा। अंग्रेज़ी केवल इंग्लैड की ही भाषा नहीं है, अपितु अमेरिका एवं अस्ट्रेलिया भूखण्डों की भी भाषा है। विश्व में कोई ऐसा देश नहीं है जहाँ अंग्रेज़ी का प्रचलन न हो।
अंग्रेज़ी भाषा भारत की सरकारी भाषा के रूप में सौ साल से अधिक काल तक रह चुकी है, अब भी है। भारत के स्कूलों में अब भी अंग्रज़ी की पढ़ाई जाती है। उसे छोड़ना अब कठिन सा हो गया है। अंग्रज़ी माध्यम स्कूलों में अपने बच्चों को छोडना कुलीनता का लक्षण माना जाता है । समाज के निम्न वर्ग से ले कर उच्च वर्ग तक के सभी प्रकार के लोगों के मुँह से अंग्रेज़ी के दो चार शब्द निकले बिना दिन नहीं कटता। अंग्रेजी के दो चार वाक्य कहना लोग अपना गौरव मानतें हैं।
लोगों के मन में और थोडी अंग्रेज़ी सीख जाने की उत्कंठा 'दिनो दिन बढती आ रही है। उन की अभिरूचि क्षमता, अवकाश इन्यादियों को ध्यान में रख कर नवीनतम एवं सरलतम प्रणाली में इस पुस्तक को लिख कर पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत करने में बडा आनन्द हो रहा है।
घूम घूम कर फल, तरक़ारियाँ आदि बेचने वाले फेरीवाले, छोटी-बडी दूकानों में काम करनेवाले, समझ की शक्ति के अभाव में अंग्रेज़ी के कच्चे विद्यार्थी, विद्यार्थी जीवनको खेल मजाक में गवा कर अब तरसने वाले नवयुवक, बच्चों को पढ़ाने-लिखाने मे उत्सुक गृहिणी, बच्चों को अंग्रेज़ी में बोलते देख स्वयं भी बोलने के लिए प्रयत्नशील बूढे आदि सब के सब इस पुस्तक से आशा से अधिक लाभ उठा सकते हैं।
अपनी शैली कै अनुसार इसे सात अगों में लिखा गया है। पहले भाग में अंग्रेजी के अक्षरों का ज्ञान कराया गया है । उस के उच्चारण में और शब्दों को पढने में जो कठिनाइयाँ होती हैं उन्हे उगम व सुबोध बनाने के लिए कुछ ऐसे नियमित पाठ दिये गये हैं, जिन का अध्ययन कर लेने पर पाठक किसी भी अंग्रेजी के शब्द को सरलता पूर्वक पढ सकेगा । प्रत्येक अक्षर व शब्द का उच्चारण तथा हिन्दी तात्पर्य भी दिये गये हैं।
दूसरे भाग में ऐसे अनेक शब्द उच्चारण एवं अर्थ के साथ दिये गये हैं, जो प्रतिदिन के व्यवहार में आते ही रहते हैं।
तीसरे भाग में नित्य जीवन में प्रयोगित होने वाले छोटे छोटे वाक्य सोच्चारण और सार्थ दिये गये हैं। पाठक इन्हे पढ कर वाक्य की बनावट जान सकते हैं ।
चोथा भाग वाक्य रचना यानि व्याकरण से सम्बन्धित है । इस में अग्रेजी के शुद्ध वाक्यों को लिखने और बोलने का अभ्यास दिलाने के उद्देश्य से व्याकरण के आधार पर वाक्य दिये गये है तथा जहाँ आवश्यक हो वहाँ पाठ के नीचे व्याकरण सम्बन्धी टिप्पणी दी गयी है । व्याकरण में अभिरुचि रखने वाले इस से अंग्रेजी के व्याकरण का ज्ञान प्रास कर सकते हैं।
पाँचवा भाग अंग्रेजी को जल्दी-जल्दी पढ कर अर्थ समझने की क्षमता बढाने के लिए है। इसलिए कुछ ऐसे छोटे छोटे लेख कहानियाँ आदि दिये गये हैं, जो पाठकों को पहले ही मालूम है। पाठकों की सुविधा के लिए अंग्रेजी के नीचे उस का उच्चारण तथा उस के नीचे हिन्दी दी गयी हैं। पाठक उच्चारण के अंश पर स्थान दिये बिना ही पढने का प्रयास करें।
छठे भाग में पुन : 'वाक्य रचना याने व्याकरण के आधार पर वाक्य तथा अर्थ दिये गये हैं। पाठ के नीचे व्याकरणिक टिप्पणी भी दी गयी है। पाठकों में स्वयं ही पढते जाने की अभिरुचि पैदा कराने के अभिप्राय से यहाँ उच्चारण नहीं दिया गया है। ऐसे बहुत से पाठक हैं जो व्याकरण के नाम से ही डरते हैं । इसलिए पाठो के शीर्षक संज्ञा, सर्वनाम, कारक, क्रिया, विशेषण आदि न दें, उन को सूचित करने वाले शब्द याने लड़का, वह, लडके को, किया, अच्छा लड़का आदि दिये गये हैं। अन्त में मुहावरे तथा कहावतें भी दी गयी हैं।
अन्तिम भाग में कुछ आवश्यक पत्र, तार बातचीत आदि दिये गये है । आखिर में कुछ कहानियाँ तथा कथांश भी दिये गये है, जिन को पड़ते पढ़ते पाठकों को न केवल मनोरंजन ही होगा, आपितु आत्मविश्वास भी होगा।
विश्वास करता हूँ कि पाठक इस से बहुत फ़ायदा उठाएँगे, विशेष कर हाई स्कूल के विद्यार्थी-विद्यार्थियाँ । यदि कहीं कुछ सन्देह हो अथवा कोई सुझाव हो तो निःसंकोच हमें लिखें।
अन्त में इस पुस्तक को लिख कर पुस्तक के रूप में लाने में जो लोग सहायक रहे, उन सभी को मेरे हार्दिक धन्यवाद हैं।
|
विषय-सूची |
||
|
1 |
निवेदन |
1 |
|
2 |
प्रकाशक का वक्तव्य |
4 |
|
3 |
अंग्रेजी के अक्षरों के लिखने की विधि |
5 |
|
पहला भाग (अक्षर) |
||
|
4 |
वर्णमाला |
9 |
|
5 |
एक शब्दांश वाले शब्द |
11 |
|
6 |
दो शब्दांश वाले शब्द |
13 |
|
7 |
तीन शब्दांश वाले शब्द |
15 |
|
8 |
अंग्रेजी के स्वर वर्ण तथा उन के उच्चारण |
17 |
|
9 |
सम्युक स्वर वर्ण |
28 |
|
दूसरा भाग (शब्द) |
||
|
10 |
कुछ सरल शब्द |
33 |
|
11 |
शरीर के अंग |
41 |
|
12 |
सम्बन्धी |
43 |
|
13 |
वृक्ष तथा उन के अवयव |
45 |
|
14 |
ग्रहस्थी की सामाग्रियाँ |
46 |
|
15 |
इमारत |
48 |
|
16 |
पहिनने और ओढ़ने के वस्त्र |
50 |
|
17 |
भोजन के पदार्थ |
51 |
|
18 |
मसाले |
53 |
|
19 |
तरकारियाँ |
54 |
|
20 |
जानवर |
55 |
|
21 |
पक्षी वर्ग |
57 |
|
22 |
कीड़े मकोड़ |
58 |
|
23 |
फल |
59 |
|
24 |
फूल |
60 |
|
25 |
आभूषण |
61 |
|
26 |
व्यवसाय |
62 |
|
27 |
प्रकृति |
64 |
|
28 |
रंग |
66 |
|
29 |
गिनती |
67 |
|
30 |
क्रमवाचक शब्द |
69 |
|
31 |
सप्ताह और महीना |
70 |
|
32 |
विशेषण |
71 |
|
33 |
रोग |
72 |
|
34 |
औजार |
73 |
|
35 |
काल |
74 |
|
36 |
ऋतु और जलवायु |
75 |
|
37 |
खनिज पदार्थ |
76 |
|
38 |
समिति |
77 |
|
39 |
प्रकाशन |
78 |
|
40 |
शिक्षा |
70 |
|
41 |
डाक |
80 |
|
42 |
उद्योग |
81 |
|
43 |
कार्यालय |
82 |
|
44 |
राष्ट्र |
84 |
|
45 |
न्याय सम्बन्धी |
86 |
|
तीसरा भाग (वाक्य) |
||
|
43 |
दो शब्द वाले (वाक्य) |
87 |
|
44 |
तीन शब्द वाले वाक्य |
90 |
|
45 |
चार शब्द वाले वाक्य |
92 |
|
46 |
आज्ञार्थक वाक्य |
94 |
|
47 |
आज्ञार्थक वाक्य |
96 |
|
48 |
मेरा घर |
98 |
|
49 |
घडी |
100 |
|
50 |
इरकान में |
102 |
|
51 |
पशु पक्षियों की आवाजे |
104 |
|
52 |
परिचय |
106 |
|
53 |
कुछ उपयोगी वाक्य |
108 |
|
चौथा भाग - (वाक्य रचना-I व्याकरण) |
||
|
56 |
है- था-होगा |
111 |
|
57 |
नही है |
118 |
|
58 |
क्या वह? |
119 |
|
59 |
करता है-किया-करेगा |
121 |
|
60 |
जाता है |
122 |
|
61 |
जाएगा |
124 |
|
62 |
गया |
126 |
|
63 |
भूतकालिक क्रिया बनाने के नियम |
128 |
|
64 |
कुछ उपयोगी सबल क्रियाएँ |
130 |
|
65 |
A (AN) और THE |
133 |
|
66 |
लड़के (को) |
137 |
|
67 |
लड़के को के लिए |
138 |
|
68 |
लड़के का |
139 |
|
69 |
सकारक सर्वनाम |
140 |
|
70 |
लड़का-लड़के |
143 |
|
71 |
अच्छा लड़का |
149 |
|
72 |
जल्दी करों |
150 |
|
73 |
कह रहा है कह रहा था कर रहा होगा |
153 |
|
74 |
जा रहा हैँ |
154 |
|
75 |
जा रहा था |
155 |
|
76 |
जा रहा होगा |
156 |
|
77 |
के अन्दर |
157 |
|
78 |
और-या |
160 |
|
पाँचवाँ भाग (शीघ्र वाचन-कहानियाँ) |
||
|
79 |
मातृ भूमि |
161 |
|
80 |
चतुर कौआ |
163 |
|
81 |
झगडे का परिणाम |
166 |
|
82 |
कुत्ते की परछाई |
169 |
|
83 |
तुम कितने सुन्दर हो |
171 |
|
84 |
अन्धे का चिराग |
173 |
|
85 |
वे खट्टे हैं |
175 |
|
86 |
सालमन की समझदारी |
177 |
|
87 |
उस वाणी को सुनो |
179 |
|
88 |
वानर |
180 |
|
छठा भाग (वाक्य रचना-2: व्याकरण) |
||
|
89 |
कुछ शब्दांशों के उच्चारण |
181 |
|
90 |
अनुच्चरित वर्ण |
183 |
|
91 |
पास है-पास था-पास होगा |
184 |
|
92 |
आया है- आया था- आया होगा |
185 |
|
93 |
पास्ट पाटिसिपिल |
187 |
|
94 |
सकता है-शायद हो सकता है |
190 |
|
95 |
छोटा-सबसे छोटा |
192 |
|
96 |
उत्तम - उत्तमता उत्तमतम |
193 |
|
97 |
जाऊँ - जावें न जावै |
194 |
|
98 |
करता है - किया जाता है |
195 |
|
99 |
करना - करने के लिए |
196 |
|
100 |
करके - करता हुआ - किया हुआ |
197 |
|
101 |
वाक्य रचना के नियमों को ध्यान मे रखते हुए पढ़िए |
198 |
|
102 |
विशेषण उपवाक्य |
204 |
|
103 |
क्रिया विशेषण उपवाक्य |
207 |
|
104 |
संज्ञा उपवाक्य |
209 |
|
105 |
प्रन्यक्ष व परोक्ष कथन |
211 |
|
106 |
संज्ञा प्रधान मुहावरेदार वाक्यांश |
214 |
|
107 |
विशेषण संज्ञा वाले मुहावरेदार वाक्यांश |
215 |
|
108 |
विभक्ति वाली क्रिया के मुहावरे |
216 |
|
109 |
क्रिया के हो रह मे अन्त होने वाले मुहावरे |
218 |
|
110 |
कहावते |
220 |
|
111 |
सामान उच्चारण वाले शब्द |
226 |
|
112 |
सातवाँ भाग (पत्र बातचीत कहानियाँ आदि) सुवाणी |
227 |
|
113 |
पत्र सालगिरद्द का निमन्त्रण |
229 |
|
114 |
रुपयों की मांग छूटी के लिए |
230 |
|
115 |
पुस्तके मंगवाना |
232 |
|
116 |
चन्द भेजना |
234 |
|
117 |
पुस्तके भिजवाने के लिए |
236 |
|
118 |
चीजे मंगवाने के लिए |
238 |
|
119 |
पत्र का पता बदलाने |
240 |
|
120 |
चेक की जमा रकम |
242 |
|
121 |
रकम जमा करना |
224 |
|
122 |
कर्ज लेने का आवेदन |
246 |
|
123 |
दर्जी की नौकरी के लिए आवेदन |
248 |
|
124 |
प्रमुख रसोइये के लिए आवेदन |
250 |
|
125 |
तार |
252 |
|
126 |
बातचीतन मैं दर्जी बनूंगा |
254 |
|
127 |
होशियार लड़का |
256 |
|
128 |
अरे ओ कूली |
258 |
|
129 |
तुम्हारा क्या विचार है |
260 |
|
130 |
डाक घर |
262 |
|
131 |
रेलगाड़ी में |
264 |
|
132 |
उपग्रह |
266 |
|
133 |
सब्जी मंडी |
268 |
|
134 |
डाक्टर के साथ |
270 |
|
135 |
संगीत सम्मेलन |
272 |
|
136 |
रश्मी रशमी भवन |
274 |
|
137 |
हवाई अड्डे पर |
276 |
|
138 |
जलपान ग्रह में |
278 |
|
139 |
बचत बैंक खाता |
280 |
|
140 |
कहानियाँ: रेल गाड़ी में एक बूढ़ी स्त्री |
282 |
|
141 |
चतुर चेला |
284 |
|
142 |
मुझ से बड़ा |
286 |
|
143 |
तीन चौर |
288 |
|
144 |
ब्रहामण का स्वप्न |
290 |
|
145 |
तुम मेरे परमात्मा हो |
294 |
|
146 |
शेर बनाने वाले |
298 |
|
147 |
कहानी अंश: क्या मैं अस्वस्थ है |
304 |
|
148 |
क्या हो गया हैं? |
306 |
|
149 |
वह एक स्त्री है |
308 |
|
150 |
चल बसी |
310 |
|
151 |
Abbreviations |
312 |
|
152 |
Life of my life |
320 |

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